Thursday, January 7, 2010


07 जनवरी 2010 । गुरूवार ।


भाग्य ज्योतिष के पास नहीं मिलता ..
आपके किये गये कर्म आपके भाग्य के निर्माता हैं, कुंडली नहीं । सबसे महत्वपूर्ण है तो उपरी माले में स्थित आपका दिमाग । आपकी सोच .. आपका निर्णय .. आपके तकदीर की दिशा तय करता है । जो व्यक्ति किसी ज्योतिष के पास जाकर अपनी जिंदगी की दिशा तय करते हैं वे शायद यह भूलते हैं कि दम तो पुरूषार्थ में है .. ज्योतिष की कही बातों में नहीं .. क्योंकि दुनिया के सभी बड़े-बड़े .. महान लोग किसी ज्योतिष के मार्गदर्शन से महान नहीं बने हैं बल्कि सही वक्त पर किया किया गया उनका कर्म है जिसने उनको इतिहास में महान रूप में स्थापित किया है । दोष ज्योतिष या फिर ज्योतिष शास्त्र में नहीं है .. बल्कि व्यक्ति की सोच में है और जो आलसी है वह बिना कर्म किये कैसे सफलता प्राप्त कर सकता है । इस सत्य को कैसे कोई नकार सकता है कि परीक्षा में पास होने के लिये परीक्षा में बैठना जरूरी है .. ।

मैं तो कर्म की प्रधानता पर विश्वास करता हूं ..
- डा. जेएसबी नायडू ।

Tuesday, December 8, 2009

मेरी नई कविताओं का प्रकाशन -
मुझे लगता है कि मैं अपनी नई कविताओं का संग्रह जल्द ही प्रकाशित करूं । केवल सोचने से ही नहीं चलेगा .. मुझे इस दिशा में आगे बढ़ना ही होगा ।

Monday, November 30, 2009

I feel today :

I feel that I must write little fast my experiences ..

Tuesday, September 29, 2009

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MAIN SOCH RAHA THA ( A Book of Collction of Poems in Hindi language )

Writer - DR JSB NAIDU

The first edition of this book was released in 2005

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JAANE KITANE RANG ( A Book on Vishwaranjan in Hindi language )

Writer - DR JSB NAIDU

This Book has been published in 2009

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